कर्मों का हिसाब
.किसी नगर में एक सेठ रहता था।.समय के फेरे से वह अत्यंत गरीब हो गए थे। पुनः समृद्धि के लिए
.किसी नगर में एक सेठ रहता था।.समय के फेरे से वह अत्यंत गरीब हो गए थे। पुनः समृद्धि के लिए
एक राजा थे वो हर समय राज्य की चिन्ताओ से घिरे रहते थे चिन्ताए कुछ ऐसी बढ़ गयी की घबडाहट
एक राजा बड़ा सनकी था। एक बार सूर्यग्रहण हुआ तो उसने राजपंडितों से पूछा, ‘‘सूर्यग्रहण क्यों होता है?’’पंडित बोले, ‘‘राहू
दो दोस्त थे, दोनों एक बार एक मंदिर के सामने से गुजर रहे थे। एक दोस्त ने दूसरे दोस्त से
क्षमा क्षमा बड़न को चाहिए छोटन को उत्पात lका हरि को घटि गयो जौं भृगु मारी लात ll एक बार
महेश के घर आते ही बेटे ने बताया कि वर्मा अंकल आर्टिगा गाड़ी ले आये हैं। पत्नी ने चाय का
हरि ॐ तत् सत् जय सच्चिदानंद 🌹🙏 दूर के ढोल सुहावने लगते हैंपास जाओ तो कान फाड़ते है।हम लोग जब
–एक राजा की लड़की की शादी होनी थी, लड़की की शर्त ये थी कि जो भी 20 तक कि गिनती
🙏 वासु भाई और वीणा बेन* गुजरात के एक शहर में रहते हैं; आज दोनों यात्रा की तैयारी कर रहे
किसी का प्रेम पाने के लिए हमें उसके नजदीक जाना पड़ता है।हमारा बच्चा भी यदि हम से दूर रहा तो