
भगवान मुझे भी बुला लो
बहुत समय पहले की बात है। पुरी से बहुत दूर एक गांव में विदुर नाम का एक गरीब किसान रहता
बहुत समय पहले की बात है। पुरी से बहुत दूर एक गांव में विदुर नाम का एक गरीब किसान रहता
भगवान जगन्नाथ के नेत्र क्यों इतने विशाल हैं? क्यों वे कभी नहीं झपकते?पढ़िए, यह दुर्लभ कथा जब एक टूटा हुआ
मां पुत्र से अनेक विषय पर बात करती हैं मां देखती पुत्र मे पुत्र नहीं है। जिस पुत्र को मै
एक बार अर्जुन को अहंकार हो गया कि वही भगवान के सबसे बड़े भक्त हैं। उनकी इस भावना को भगवान
एक बार एक शिष्य ने अपने गुरू से पुछा- गुरुदेव ये सफल जीवन क्या होता है? गुरु शिष्य को पतंग
अपने मन को हम कैसे स्वच्छ रखे प्रशन उठता है। मन एक मिनट भी ठहरता नही है। मन बहुत चलायमान
निकुञ्ज में बैठी सखियाँ परस्पर श्रीकृष्ण की चर्चा करती हुई हार गूंथ रही थीं। इतने में ही उधर से एक
आज का प्रभु संकीर्तन। विनम्रता एक अच्छे इंसान की पहचान है। नम्रता हर सफल व्यक्ति का गहना है।नम्रता ही बड़प्पन
4 साल से किशनगढ़ गाँव में बारिश की एक बूँद तक नहीं गिरी थी। सभी बड़े परेशान थे। हरिया भी
एक बार की बात है वीणा बजाते हुए नारद मुनि भगवान श्रीराम के द्वार पर पहुँचे।”नारायण नारायण !!”नारदजी ने देखा