चरित्र-बल
चरित्र-बल नोबेल पुरस्कार विजेता सी0वी0 रमण भौतिकशास्त्र के प्रख्यात वैज्ञानिक थे। अपने विभागके लिये उन्हें एक योग्य वैज्ञानिककी जरूरत थी।
चरित्र-बल नोबेल पुरस्कार विजेता सी0वी0 रमण भौतिकशास्त्र के प्रख्यात वैज्ञानिक थे। अपने विभागके लिये उन्हें एक योग्य वैज्ञानिककी जरूरत थी।
पदप्राप्तिसे हानि चीनी दार्शनिक चुआँग-जू नदीके किनारे बैठा मछलियाँ पकड़ रहा था, तभी एक राजदूतने आकर उससे कहा, ‘सम्राट्ने आपको
प्राचीन कालमें एक परम शिवभक्त राजा था। एक दिन उसे कल्पना सूझी कि आगामी सोमवारको अपने इष्टदेव शंकरका हौद दूधसे
सबसे अच्छेकी तलाश एक युवकने एक सन्तसे कहा-‘महाराज! मैं जीवनमें सर्वोच्च शिखर पाना चाहता हूँ, लेकिन इसके लिये मैं निम्न
मद्रदेशके राजा अश्वपतिने अपनी परम सुन्दरी कन्या सावित्रीको स्वतन्त्र कर दिया था कि वह अपने योग्य पति चुन ले तो
माँ क्या चाहती है! एक दम्पती दीवालीकी खरीदारी करनेको हड़बड़ी में थे। पतिने पत्नीसे जल्दी करनेको कहा और कमरेसे बाहर
भक्त हरिदास हरिनामके मतवाले थे। ये जन्मसे मुसलमान थे, पर इनको भगवान्का नाम लिये बिना चैन नहीं पड़ता था। फुलिया
वकील भी सच्चे हो सकते हैं लोग कहते हैं कि वकीलका पेशा ही झूठका पेशा है। ‘घोड़ा घाससे यारी करेगा
आपसकी कलहसे विपत्ति आती है किसी समय एक चिड़ीमारने चिड़ियोंको फँसानेके लिये पृथ्वीपर जाल फैलाया। उस जालमें साथ-साथ रहनेवाले दो
परम पूज्यपाद प्रातः स्मरणीय पं0 श्रीडूंगरदत्तजी | महाराज बड़े ही उच्चकोटिके विद्वान् परम त्यागी, तपस्वी, पूर्ण सदाचारी, कर्मकाण्डी, अनन्य भगवद्भक्त