भोले तेरी शिवरात्रि
सारे मंदिर च बज्दे ढोल भोले तेरी शिवरात्रि, बम भोले दे जैकारे रहे बोल बोले तेरी शिवरात्रि, सारे मंदिर ते
सारे मंदिर च बज्दे ढोल भोले तेरी शिवरात्रि, बम भोले दे जैकारे रहे बोल बोले तेरी शिवरात्रि, सारे मंदिर ते
मैया जी मुझे भोले के दरश करा दे भोले के दरश करा दे ओ मैया शंकर जी से मिलवा दे
॥ सार्थशिवताण्डवस्तोत्रम् ॥ ॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ जटा टवी गलज्जल प्रवाह पावितस्थले, गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्ग तुङ्ग मालिकाम् । डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं,
हे गौरा तोहरो सजनवा न, तोहरो सजनवा किछुओ ने बुझे से औढर धरनमा न जेकरा नेय कहियो देखलौ जनम भर,
हो जो नजरें करम आपकी, फिर नहीं डर है संसार की , एक नजर दास पर हो कभी, फिर नहीं
प्राणी लोक मुझे भी ले चल भोले जोगिया, होके नन्द पे सवार जाऊ केलाश पार धरती घुमं दे पापियों के
म्हारा मन तरसे भोले मिलने को तरस ते है लॉकडाउन हटा भोले कावड को तरस ते है म्हारा मन तरसे
बम बम बोल के तू तर जाएगा शंकर शम्भु बोल के तू तर जाएगा बम बम बोल के तू तर
मेरे शिव डमरू वाले,हमें चरणों से लगाले पड़ी मझधार में नैया भोले उसे पार लगादे रहे बनके सेवादार हमकांधे पे
लाये डाक कावड भोले हरिद्वार से, सारे जग में भोले की सरकार से छम छम नाचे कवाडिया बन के भोला