
कोई नही मेरे भोले जैसा
पर्वत पे जो रेहते करते बैल की सवारी, पर भगतो को देते है बंगले मोटर गाडी, दानी दूजा कौन होगा

पर्वत पे जो रेहते करते बैल की सवारी, पर भगतो को देते है बंगले मोटर गाडी, दानी दूजा कौन होगा

हे गौरा माँ पार्वती, तेरा दूल्हा कैसे आया है ll दूल्हा कैसे आया है, तेरा दूल्हा कैसे आया है l

पंचाकक्षर मंत्र जग में निराला जो भी जपे पाए सुख का प्याला अंतर आत्मा में शिव है समाते मन में

राजे हिमाचल पारवती दा जदो सी व्याह रचाया पार्वती दे बूहे अगे शिव ने नाद वजाया, गोरा दा देखो लाडा

भोले बाबा कहा छुपे हो सुध क्यों न लेते हो आया शरण जो भोले बाबा वर तुम देते हो नील

काँधे कावड़ ठाली भोले, मन मैं धर लिया ध्यान तेरा, मेरी मंज़िल ने पार लगाईये, मानूंगा अहसान तेरा, जय भोले

ह्मा चाले विष्णु चाले चाले नंदी साथ मैं, मनै भी जाणा सै भोले मनै ले चल तेरी बरात मैं, भूत

भोले को घर में बुलाये महिमा भोले की गाये चरणों में धोक लगाये और डमरू भ्जाये , भोले जी को

ओ तेरा किसने किया श्रृगारं भोले सावरिया तुम्हें किसने लगाया गुलाल भोले सावरिया ओ तेरा किसने किया श्रृगारं जटाजूट माथे

तेरे ख्यालो में खोया रहू मैं जागु दिन और रात आओ आ जाओ भोले नाथ, हे शिव शंकर हे परलेयंकर