रामायण में वर्णित मुख्यस्थान
1.#तमसानदी : अयोध्या से 20 किमी दूर है तमसा नदी। यहां पर उन्होंने नाव से नदी पार की। 2.श्रृंगवेरपुरतीर्थ :
1.#तमसानदी : अयोध्या से 20 किमी दूर है तमसा नदी। यहां पर उन्होंने नाव से नदी पार की। 2.श्रृंगवेरपुरतीर्थ :
हनुमान जी और अंगद जी दोनों ही समुद्र लाँघनेमें सक्षम थे, फिर पहले हनुमान जी लंका क्यों गए? अंगद कहइ
रामायण और महाभारत के बीच का कालखंड कितना कितना बड़ा है ये हम सभी जानते हैं। रामायण त्रेतायुग में और
आज गीताजयंती के शुभ अवसर पर विशेष🌲 यह लेख विशेषकर उन भक्तजनों के लिये है जो देवनागरी (संस्कृत) भाषा पढ़ने
जयश्री राम महायुद्ध समाप्त हो चुका था।जगत को त्रास देने वाला रावण अपने कुटुंब सहित नष्ट हो चुका था। कौशलाधीश
दोहा : (देखन मिस मृग बिहग तरु फिरइ बहोरि बहोरि।निरखि निरखि रघुबीर छबि बाढ़इ प्रीति न थोरि॥) भावार्थ:-मृग, पक्षी और
तुलसी दास जी ने जब राम चरित मानस की रचना की,तब उनसे किसी ने पूंछा कि बाबा! आप ने इसका
अंतिम सांस गिन रहे जटायु ने कहा कि मुझे पता था कि मैं रावण से नहीं जीत सकता लेकिन तो
सोहति सीय राम कै जोरी। छबि सिंगारु मनहुँ एक ठोरी॥ श्रीसीताराम-विवाह (विवाह-पञ्चमी) के शुभ अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ
रामायण रामचरित मानस प्रसंग कथा मेघनाथ का वध केवल लक्ष्मण ही कर सकते थे,क्या कारण था ?..पढिये पुरी कथा। हनुमानजी