
श्री राधा रमण जी की महिमा
श्री कुंज बिहारी श्री हरि दासश्री राधा रमण जी की महिमाहरीराम बनारस में गुलाब की पत्तियों को पीसकर गुलकंद बनाने
श्री कुंज बिहारी श्री हरि दासश्री राधा रमण जी की महिमाहरीराम बनारस में गुलाब की पत्तियों को पीसकर गुलकंद बनाने
माता पार्वती भगवान शंकर से पूछती हैं- प्रभु जे मुनि परमारथबादी।कहहिं राम कहुँ ब्रह्म अनादी।। सेस सारदा बेद पुराना।सकल करहिं
गतांक से आगे – “गंगा सिंह का तालाब” ये मोतीझिल मार्ग में स्थित है ….ठाकुर गंगा सिंह नामक किसी व्यक्ति
गतांक से आगे – रामचन्द्र का क्षौरकर्म हुआ …यमुना जी में स्नान करके आया है ये …गुरुदेव श्रीहरिप्रियाशरण देव ने
गतांक से आगे – परम विद्वान श्रीनिम्बार्क सम्प्रदाय के निष्ठावान आचार्य श्रीहरिप्रियाशरण देव जी । ये “बिहारी जी बगीचा” में
। हिंदू महाकाव्य के अनुसार, मां वैष्णो देवी ने भारत के दक्षिण में रत्नाकर सागर के घर जन्म लिया। उनके
कर्ण एक महान योद्ध और दानी राजा था। लेकिन कर्ण ने कुरुक्षेत्र में अपने भाइयों (पांडवो) को छोड़कर कौरवों का
एक दिन नारदमुनि कैलाश पर्वत पर शिवजी के दर्शन करने पहुँचे और उन्होंने श्रीकृष्ण एवं उद्धवजी के बीच की वार्तालाप
रामजी राम एक बार की बात है गुरू नानक पातशाह खेतो में से गुजर रहे थे पता नहीं किस पर
ईश्वर अपने हर भक्त को एक प्यार भरी जिम्मेदारी सौंपता है और कहता है इसे हमेशा सम्भाल का रखा जाय।