
देवेन्द्र ने दिल की सुनी
तस्वीर दिल्ली के एक साधारण टैक्सी चालक देवेन्द्र की है.देवेन्द्र मूलतः बिहार के रहने वाले हैं। एक दिन देबेन्द्र की

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महाराज दशरथ को जब संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी तब वो बड़े दुःखी रहते थे पर ऐसे समय में

एक दस साल का लड़का गिरिश गर्मी की छुट्टियों में अपने दादा जी के पास श्री डल्ला साहिब गाँव घूमने

मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार महाकवि माघ महाकवि माघ राजा भोज के राज्य में रहते थे।वह बहुत विद्वान् थे,लेकिन

एक राजा था जिसे पेटिंग्स से बहुत प्यार था. एक बार उसने घोषणा की कि जो कोई भी उसे एक

एक स्त्री थी जिसे 20साल तक संतान नहीं हुई।कर्म संजोग से 20वर्ष के बाद वो गर्भवती हुई और उसे पुत्र

व्यापार में नैतिकता का मूल्य क्या होता हैं, इस लघु कहानी से समझने की कोशिश कीजिए… नरोत्तम सेठ ने आज

परमात्मा ने सभी जीवो को उनके कर्मानुसार उन्हे दिया है।जो जैसी पात्रता रखता है,उसे वैसा ही दिया है।किंतु हम उससे

एक पाँच छ: साल का मासूम सा बच्चा अपनी छोटी बहन को लेकर मंदिर के एक तरफ कोने में बैठा

एक 30 का लड़का अपने पिता से मिलने गया। उसके पिता की नज़र थोड़ी कमज़ोर हो चुकी थी। जब वो