सन्तों में गुस्सा नहीं होता…
एक नदी तट पर स्थित बड़ी सी शिला पर एक महात्मा बैठे हुए थे। वहाँ एक धोबी आता है किनारे
एक नदी तट पर स्थित बड़ी सी शिला पर एक महात्मा बैठे हुए थे। वहाँ एक धोबी आता है किनारे
सुख को प्राप्त करने के लिए हम दौडते रहते हैं। हमे जंहा से भी सुख की प्राप्ति होती है हम
एक अतिश्रेष्ठ व्यक्ति थे ! एकदिन उनके पास एक निर्धन आदमी आया और बोला कि मुझे अपना खेत कुछ साल
दक्षिण भारत से किसी समय एक कृष्ण भक्त वैष्णव साधु वृंदावन की यात्रा के लिए आए थे । एक बार
1 जनवरी की सर्द रात रमेश अपनी पत्नी रीता संग एक दोस्त के यहां हुई नये साल की पार्टी से
एक सासु माँ और बहू थी। सासु माँ हर रोज ठाकुर जी पूरे नियम और श्रद्धा के साथ सेवा करती
ऋषि अगस्त्य के जन्म की कथा एक बार एक समय पर मित्र (सूर्य) और वरुण (बारिश का देवता) अप्सरा उर्वशी
अनेक प्राचीन मंदिर ऐसे स्थलों या पर्वतों पर बनाए गए हैं, जहां से चुंबकीय तरंगें घनी होकर गुजरती हैं। इस
ठाकुर जी का बहुत प्यारा भक्त था जिसका नाम अवतार था।वह छोले बेचने का काम करता था। उसकी पत्नी रोज
बहुत समय पहले की बात है। किसी नगर में एक बेहद प्रभावशाली महंत रहते थे। उनके पास शिक्षा लेने हेतु