*पवित्र होली *
बड़े भाग्य से होली आई।इसने सबकी सोई मस्ती जगाई।।धरती सज-धज मुस्काई।फ़सल लहर-लहर लहराई।।फिर क्यों न सब मिलकर।हर्षित हो नाचो ख़ुशी
बड़े भाग्य से होली आई।इसने सबकी सोई मस्ती जगाई।।धरती सज-धज मुस्काई।फ़सल लहर-लहर लहराई।।फिर क्यों न सब मिलकर।हर्षित हो नाचो ख़ुशी
यह संसार रंगभरा है। प्रकृति की तरह ही रंगों का प्रभाव हमारी भावनाओं और संवेदनाओं पर पडता है। जैसे क्रोध
हमारे देश में बहुत त्योहार मनाये जाते हैं । उन त्योहारों में से एक रंगपंचमी का त्योहार है । हमारे
एक समय कैलाश पर्वत पर तप साधना में लीन भगवान् शिव का ध्यान अचानक से भंग हो आया। उनके मन
ब्रज में बसंत पंचमी से फाल्गुन पूर्णिमा तक 40 दिवसीय होली मनाई जाती है, इसलिये कहा भी गया है सारे
जय गौर हरि होरी आई होरी आई होरी आई रसिया।होरी रे होरी रे रंग होरी रे। हाथ पिचकारी अरु संग
🌹 आज का सत्संग 🌹 🌹 होली का त्योहार यूँ तो पूरे संसार में दो दिन तक मनाया जाता है,
ससुराल की पहली होली दिल्ली में सुबह पाँच बजे से ही ऋतूु सारी व्यवस्था में जी जान से लगी हुई
आमल की एकादशी ( रंग भरनी एकादशी ) 2023: होली के त्योहार के पहले आमलकी एकादशी पड़ती है. उत्तर भारत
होलाष्टक के आठ दिनों में भले ही शुभ कार्य न किए जाते हों लेकिन इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण और राधा