
श्री वृन्दावन बांकेबिहारी जी की सेवा पद्धति
एवं वार्षिक उत्सव
बिहारी जी की सेवा प्रणाली में अन्य मन्दिरों की पूजा सेवा से कुछ विशेषताएं हैं। बिहारी जी के साथ राधिका

बिहारी जी की सेवा प्रणाली में अन्य मन्दिरों की पूजा सेवा से कुछ विशेषताएं हैं। बिहारी जी के साथ राधिका

. हर छोटा अपने बड़े (उच्चाधिकारी) की सेवा, आराधना, भक्ति करता है तथा बड़ा उच्चाधिकारी) भी अपने से छोटे

एक जंगल में एक संत अपनी कुटिया में रहते थे। एक किरात (शिकारी), जब भी वहाँ से निकलता संत को

” क्या तुम नहीं देखते कि आधी आयु तो नींद से ही नष्ट हो जाती है??? और कुछ आयु भोजन

अपने सामने ही एक एक कर अपने सात पुत्रों की हत्या देख कर टूट चुका वह पिता अपनी गोद में

एक बार बालक श्रीकृष्ण अपनें सखाओं संग खेल रहे थे. श्रीदामा, बलराम तथा मनसुखा आदि उनके साथ रसमयी क्रीड़ा का

महाभारत का दृष्टान्त है । एक बार भगवान श्रीकृष्ण पांडवो के बीच बातों ही बातों में कर्ण की दानवीरता और

कहते हैं कि भगवान कृष्ण की 16,108 पत्नियां थीं। क्या यह सही है? इस संबंध में कई कथाएं प्रचलित हैं

एक बार श्रीकृष्ण के गुरु दुर्वासा ऋषि अपने शिष्यों के साथ कहीं जा रहे थे। रास्ते में किसी जंगल में

।।श्रीहरिः।। एक दिन ताज बीबी गोविंददेव मंदिर आयी और चौखट पर प्रणाम कर कुछ प्रणय कोप से श्री गोविंददेव जी