कार्तिक माह की कहानी ( खिचड़ी का बेला )
किसी गाँव में एक बुढ़िया रहती थी और वह कार्तिक का व्रत रखा करती थी. उसके व्रत खोलने के समय
किसी गाँव में एक बुढ़िया रहती थी और वह कार्तिक का व्रत रखा करती थी. उसके व्रत खोलने के समय
कार्तिक महीने में आकाशदीप का भी महत्व माना गया है. जो व्यक्ति कार्तिक मास आने पर प्रात:काल स्नान करके आकाशदीप
एक साहूकार था जिसके सात बेटे, सात बहुएं और बेटी थी। सब कोई मिट्टी लेने गई तो मिट्टी खोदते समय
कार्तिक मास की पहली कहानी किसी गाँव में एक बुढ़िया रहती थी और वह कार्तिक का व्रत रखा करती थी.
AJ se damoder month shuru ho rha haiबुढ़िया माई की कहानी 🙏कार्तिक महीने में एक बुढिया माई तुलसीजी को सींचती
तदनुसार संवत् २०७९ कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को होने वाला है श्रीहरि विष्णु का शयन से जागने के बाद महादेव से
भगवान विष्णु के स्वरुप शालिग्राम और माता तुलसी के मिलन का पर्व तुलसी विवाह हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास
. देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के दिन का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन देवता स्वर्ग लोक से
. रविवार दिनांक 06.11.2022 तदनुसार संवत् २०७९ कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को होने वाला है श्रीहरि विष्णु का शयन से जागने
धार्मिक मान्यता के अनुसार मंगल कामनों को पूरा करने वाला ये व्रत सबसे पहले स्वंय श्रीकृष्ण ने किया था। महाभारत