विलक्षण महारास लीला
वृन्दावन की गोपियों से लेकर दर्द दीवानी मीरा तक, इस सांवरी सलोनी सूरत के अनेक प्रेमी हुए हैं और हर
वृन्दावन की गोपियों से लेकर दर्द दीवानी मीरा तक, इस सांवरी सलोनी सूरत के अनेक प्रेमी हुए हैं और हर
नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नमः।नमः प्रकृत्यै भद्रायै नियताः प्रणताः स्मतां।।१।। रौद्राय नमो नित्यायै गौर्यै धात्र्यै नमो नमः।ज्योत्स्नायै चेन्दुरूपिण्यै सुखायै
हर सुहागिन के दिल का ये अरमान हैप्यारे पिया में बसी उसकी जान है पिया के लिए ही व्रत करती
एक बार अर्जुन नीलगिरि पर तपस्या करने गए। द्रौपदी ने सोचा कि यहाँ हर समय अनेक प्रकार की विघ्न-बाधाएं आती
आज शरद पूर्णिमा है हिन्दू धर्म ग्रंथों की माने तो आज ही के दिन भगवान कृष्ण ने महारास लीला रचाई
दशहरे से शरद पूर्णिमा तक चन्द्रमा की चाँदनी में विशेष हितकारी किरणें होती हैं। इनमें विशेष रस होते हैं। इन
महत्त्व, पूजन विधि और कथा- शरद पूर्णिमा की खीर चतुर्दशी की रात यानि २७ अक्टूबर शुक्रवार की रात या फिर
शारदीय नवरात्रों के समापन पर विजयादशमी का पर्व मनुष्य को उसकी बुराइयों पर विजय प्राप्त करने की प्रेरणा देता है।
दशहरा का पर्व असत्य की सत्य पर जीत का पर्व है। दशहरा जिसे विजय दशमी भी कहते हैं यह पर्व
पावनपर्व दशहरा की अनन्त शुभकामनाएं
दशहरा (विजयादशमी व आयुध-पूजा) हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। अश्विन (क्वार) मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को